(5) उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय –
उपसर्ग | अर्थ | उपसर्ग से बने शब्द |
अधः | नीचे | अधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित |
अंतः | भीतरी | अंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय |
अ | अभाव | अशोक, अकाल, अनीति |
चिर | बहुत देर | चिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु |
पुनर | फिर | पुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन |
बहिर | बाहर | बहिर्गमन, बहिर्जगत |
सत | सच्चा | सज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य |
पुरा | पुरातन | पुरातत्व, पुरावृत्त |
सम | समान | समकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक |
सह | साथ | सहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर |
हिंदी में प्रचलित उपसर्गो को निम्नलिखित भागो में विभाजित किया जा सकता है-
0 comments:
Post a Comment